Author name: Somya Suman

अधिकारी की शर्तें (Conditions of Officer)

भारत में विभिन्न सार्वजनिक पदों को शासित करने वाली शर्तों और प्रावधानों को सूचित करती हैं, जिसमें चुने गए प्रतिनिधियों, कार्यकारी शाखा के सदस्यों, और अन्य सरकारी अधिकारियों के शरण स्वरूप का सरकार के पदों की सठिति और उच्चता को सुनिश्चित करने के लिए भारतीय संविधान और अन्य प्रासंगिक कानून द्वारा परिभाषित किया जाता है। …

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राष्ट्रपति का अनुसुचि (Presidential Schedule)

भारत में राष्ट्रपति का चुनाव एक विस्तारित और विशिष्ट प्रक्रिया का पालन करता है, जिसे भारतीय संविधान में तय किया गया है। यहां भारत में राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया का विस्तृत अवलोकन है: योग्यता: भारत में राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार की योग्यता मानदंड निम्नलिखित है: नामांकन: राष्ट्रपति चुनाव प्रक्रिया एक आधिकारिक सूचना के …

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आपातकालीन प्रावधानों की आलोचना (Criticism of Emergency Provisions)

भारतीय संविधान में आपातकालीन प्रावधानों का विवाद और वाद-विवाद का विषय रहा है, जब से उनके आरंभ से। हालांकि उनका उद्देश्य संकट के समय सुरक्षा होता है, तो उनका दुरुपयोग करने और नागरिक स्वतंत्रता और संघटन पर प्रभाव डालने के लिए उनकी आलोचना की जा रही है। यहां इन आलोचनाओं का विस्तार से अन्वेषण किया …

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योजना आयोग के कार्य (Functions of the Planning Commission)

योजना आयोग के कार्यों का कार्य क्या था: योजना आयोग को 2015 में नीति आयोग ने बदल दिया है, जिसका कुछ विभिन्न संरचना और अधिकार है। नीति आयोग का मुख्य ध्यान सहयोगी फेडरलिज़्म, राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना, और भारत में समूर्ण विकास को प्रोत्साहित करने पर है। The Planning Commission was an …

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आयोग का कार्य (Function of the Commission)

भारत में नेशनल कमीशन फॉर स्केड्यूल्ड ट्राइब्स (National Commission for Scheduled Tribes – NCST) एक संविधानिक निकाय है जो भारतीय संविधान के अनुच्छेद 338A के तहत स्थापित हुआ है। इसका प्रमुख कार्यक्षेत्र अनुसूचित जातियों (Scheduled Tribes – STs) के अधिकारों और हितों की सुरक्षा और सुरक्षा है। राष्ट्रीय अनुसूचित जातियों आयोग की प्रमुख फ़ंक्शन्स निम्नलिखित …

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भारत में चुनाव आयोग (Election Commission in India)

भारत का चुनाव आयोग भारत में चुनावों को प्रशासन करने और निगरानी करने के लिए जिम्मेदार स्वायत्त संविधानिक प्राधिकृति है। इसका उद्देश्य विभिन्न सरकारी स्तरों पर, जैसे कि संसदीय, राज्य विधायिका, और स्थानीय चुनावों में मुक्त और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना है। यहां चुनाव आयोग के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में है: भारत का …

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योजना आयोग का आलोचनात्मक मूल्यांकन (Critical Evaluation of Planning Commission)

भारत की योजना आयोग का आलोचनात्मक मूल्यांकन: सकारात्मक पहलु: आलोचना और सीमाएँ: योजना आयोग ने भारत के विकास की यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन इसने कई आलोचनाओं और सीमाओं का सामना भी किया। इसका 2014 में विघटन और उसकी जगह NITI आयोग (राष्ट्रीय सुधार भारत के लिए संस्थान) के साथ एक नये दृष्टिकोण के …

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संघ लोक सेवा आयोग: स्वतंत्रता (Union Public Service Commission: Independence)

भारत में संघ सार्वभौमिक सेवा आयोग (Union Public Service Commission – UPSC) का डिज़ाइन स्वतंत्र और निष्पक्ष संवैधानिक निकाय को सुनिश्चित करने के लिए है। इसकी स्वतंत्रता से विभिन्न सिविल सेवाओं और केंद्र सरकार के अधिसूचित पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया की निष्पक्षता और ईमानदारी को सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। यहां कुछ मुख्य पहलुओं को …

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सिक्किम के लिए प्रावधान (Provisions for Sikkim)

भारतीय संविधान का धारा 371-एफ विशेष प्रावधान है जो सिक्किम राज्य के लिए बनाया गया है और इसकी विशेष इतिहासिक और स्थिति को मान्यता देता है। यहां धारा 371-एफ के प्रमुख प्रावधानों की जानकारी दी गई है: ये प्रावधान सिक्किम की विशेष पहचान को सुरक्षित रखने और 1975 में भारत से इसके मिलने के बाद …

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भारत के अटॉर्नी जनरल (Attorney General of India)

भारतीय न्यायपालिका के महाकवि या भारत के वकील महाशय की भूमिका को एक ही लेख के अंदर भारतीय संविधान के एक ही अनुच्छेद में नहीं परिभाषित किया गया है। बजाय इसके, भारतीय संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों और समझौतों से भारतीय वकील महाशय की पद और कार्यों का निर्धारण किया जाता है। यहां वो संविधान के …

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