भारत में राज्य विधायिका में विधायिकीय प्रक्रिया:
राज्य विधायिका में कानूनों को पारित करने की प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में विभाजित होती है:
- प्रस्तावना (Introduction): किसी विधायिका सदस्य द्वारा कोई नया कानून प्रस्तुत किया जाता है। यह कानून के प्रस्ताव को पहली बार विधायिका में पेश करने की प्रक्रिया होती है।
- समीक्षा (Scrutiny): प्रस्तावना के बाद, प्रस्तावित कानून को सदस्यों द्वारा समीक्षित किया जाता है। समीक्षा के दौरान सदस्यों को विस्तार से प्रस्तावित कानून की विशेषताओं, प्रभावों और उद्देश्यों की जानकारी मिलती है।
- संविदानिक विचारणा (Constitutional Consideration): प्रस्तावित कानून की संविदानिक योग्यता की जांच की जाती है, जिसमें यह देखा जाता है कि क्या कानून संविधान के माध्यम से पारित हो सकता है या नहीं।
- मसौदा की स्वीकृति (Bill Approval): समीक्षा के बाद, प्रस्तावित कानून को सदस्यों के मताधिकार के माध्यम से मसौदा के रूप में मंजूरी दी जाती है।
- विचारणा और संशोधन (Discussion and Amendments): मसौदा की स्वीकृति के बाद, विधायिका सदस्यों के बीच में विचारणा होती है और उन्हें कानून में संशोधन करने का अवसर मिलता है।
- मतदान (Voting): संशोधित मसौदा पर मतदान किया जाता है। यदि अधिकांश सदस्य मसौदे के पक्ष में होते हैं, तो कानून पारित होता है।
- राज्यपाल की मंजूरी (Governor’s Assent): विधायिका सदस्यों द्वारा पारित होने के बाद, कानून को राज्यपाल की मंजूरी की आवश्यकता होती है।
- संविदान के तहत पारिति (Constitutional Validity): यदि कानून को राज्यपाल की मंजूरी मिलती है, तो यह संविदान के तहत पारिति की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में भेजा जा सकता है।
Legislative Procedure in State Legislature in India:
The legislative process for passing laws in state legislatures in India consists of the following stages:
- Introduction: A new law is proposed by a member of the legislative assembly. This marks the first presentation of the proposed law in the legislature.
- Scrutiny: After introduction, the proposed law undergoes scrutiny by members. During this stage, members receive detailed information about the specifics, effects, and purposes of the proposed law.
- Constitutional Consideration: The proposed law’s constitutionality is examined, checking whether it can be passed under the constitution’s framework.
- Bill Approval: Following scrutiny, the proposed law receives approval in the form of a bill through the exercise of members’ voting rights.
- Discussion and Amendments: After bill approval, there is discussion among legislative members, providing them with the opportunity to suggest amendments to the law.
- Voting: The amended bill is put to a vote. If a majority of members are in favor, the law is passed.
- Governor’s Assent: After being passed by the legislative members, the law requires the approval of the Governor.
- Constitutional Validity: If the law receives the Governor’s assent, it can be sent to the Supreme Court for constitutional validity check.