भारतीय सुप्रीम कोर्ट की प्रक्रिया के बारे में जानकारी:
1. मामलों की दाखिली: सुप्रीम कोर्ट में मामलों की शुरुआत वकील द्वारा होती है, जो मुक़दमा-दारों की प्रतिनिधित्व करते हैं। मामलों के दस्तावेज़ और प्रमाण प्रस्तुत किए जाते हैं।
2. सुनवाई की तारीख: मामले को एक निर्णयक तारीख पर सुनवाई के लिए प्राधिकृत किया जाता है।
3. वकीलों के तर्क प्रस्तुतीकरण: वकील अपने मुक़दमा-दारों की पक्षपात में तर्क प्रस्तुत करते हैं, जिनमें मामले के साथ जुड़े कानूनी प्रश्नों को व्याख्यान किया जाता है।
4. तथ्य परीक्षण: मामले में प्रस्तुत तथ्यों की जांच की जाती है और प्रमाण के रूप में साक्ष्य दिखाया जाता है।
5. मुक़दमा-दारों के उत्तराधिकारी प्रस्तावनाएँ: मुक़दमा-दारों के वकील उत्तराधिकारी प्रस्तावनाएँ प्रस्तुत करते हैं जिनमें उनके मुक़दमे के पक्ष को स्पष्ट किया जाता है।
6. सुनवाई और विचारात्मक संवाद: सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होती है जिसमें वकील तथा न्यायाधीशों के बीच विचारात्मक संवाद होता है।
7. फैसला: मामले की सुनवाई के बाद, न्यायाधीश या बेंच फैसला देते हैं। फैसले में न्यायिक तर्क और कानूनी प्रावधानों का आधार रखा जाता है।
8. पुनर्विचार याचिका: फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल की जा सकती है, जिसमें उम्मीदवार फैसले की पुनर्विचार की मांग कर सकते हैं।
9. उद्घाटन समारोह: महत्वपूर्ण मामलों के उद्घाटन समारोह का आयोजन किया जाता है, जिसमें उन्हें सुनने वाले के रूप में राष्ट्रपति के यथासंभाव होने की संभावना होती है।
10. सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का पालन: सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का पालन सम्भवत: सभी न्यायिक संगठनों, सरकारी अधिकारियों, और नागरिकों के लिए अनिवार्य होता है।
भारतीय सुप्रीम कोर्ट की प्रक्रिया का एक संक्षिप्त अवलोकन है।
The information about the procedure of the Supreme Court in India:
1. Filing of Cases: Cases are initiated in the Supreme Court by lawyers representing the parties involved in the case. Documents related to the case are submitted.
2. Fixing of Hearing Date: A specific date is assigned for the hearing of the case.
3. Presentation of Arguments by Lawyers: Lawyers present arguments on behalf of their clients, explaining legal issues related to the case.
4. Examination of Facts: The presented facts are examined, and evidence is shown in the form of documents, witnesses, etc.
5. Submissions by Counsels: Counsels present their submissions, clarifying their side of the case.
6. Hearing and Dialogues: The Supreme Court conducts hearings where there is a dialogue between the lawyers and the judges.
7. Pronouncement of Judgment: After the hearing, the judges or the bench deliver the judgment. The judgment is based on legal arguments and provisions.
8. Review Petition: A review petition can be filed against the judgment, seeking a reexamination of the decision.
9. Inaugural Ceremonies: In important cases, there might be inaugural ceremonies where the President may be present as the listener.
10. Compliance with the Supreme Court’s Orders: Compliance with the Supreme Court’s orders is mandatory for all judicial bodies, government officials, and citizens.
This provides a brief overview of the procedure that the Supreme Court of India follows in handling cases.