Author name: Somya Suman

राज्य विधानमंडलों और उनके सदस्यों की शक्तियाँ, विशेषाधिकार और प्रतिरक्षाएँ (Power, Privileges and Immunities of State Legislatures and Their Members)

An overview of Articles 194 and 195 of the Indian Constitution, which pertain to the Power, Privileges, and Immunities of State Legislatures and their Members: Article 194: Powers, privileges, etc., of the Houses of Legislatures: This article grants certain powers and privileges to the Houses of State Legislatures and their members. These powers and privileges …

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निदेशक सिद्धांतों का कार्यान्वयन (Implementation of Directive Principles)

भारत में नीतिक दिशासूचना (Directive Principles of State Policy – DPSP) की कार्यान्वयन विभिन्न कानूनों, नीतियों, और कार्यक्रमों के माध्यम से होता है। ये नीतियाँ सरकार के लिए समाज की बेहतरी के लिए कानून और नीतियों को तैयार करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करती हैं। निम्नलिखित कुछ महत्वपूर्ण DPSP और उनके प्रावधानों के साथ उनके …

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मंचों के कार्य (Functions of the Forums)

भारत में संसदीय मंचों के कई महत्वपूर्ण कार्य होते हैं, और ये विशिष्ट विषयों पर सदस्यों के बीच सहयोग और सूचित निर्णय लेने में मदद करते हैं। निम्नलिखित हैं कुछ मुख्य कार्य: कुल मिलाकर, संसदीय मंच विशिष्ट विषयों पर गहरी चर्चाओं, विश्लेषण, सहयोग, और सूचित निर्णय लेने में महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करते …

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राज्य विधानमंडल से सम्बंधित अनुच्छेद (Article Related to State Legislature)

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 168 से 177 तक का संक्षिप्त अवलोकन: अनुच्छेद 168: विधायिका परिषदों का संविशेषण: इस अनुच्छेद में राज्यों में विधायिका परिषदों के संविशेषण का संबंध है। इसमें उल्लिखित है कि किसी राज्य की विधायिका परिषद के सदस्यों की कुल संख्या को उस राज्य की विधायिका सभा के सदस्यों की कुल संख्या की …

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अनुसूचित एवं जनजातीय क्षेत्र (Scheduled and Tribal Areas)

भारत में स्थित अनुसूचित और आदिवासी क्षेत्रों के बारे में संविधान में प्रमुख धाराएँ और कानूनी प्रावधान होती हैं, जो कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 244, 244A और अनुसूचियों V और VI में निर्दिष्ट की जाती हैं। ये प्रावधान विशेषत:ः अनुसूचित और आदिवासी क्षेत्रों के अनुसूचित और विशेष विकास के लिए आदिवासी समुदायों के अधिकारों …

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विशेष प्रावधान से सम्बंधित लेख (Article Related to Special Provisions)

संविधान के आलेख 371 से आलेख 371J तक के विशेष प्रावधान, जो भारत में कुछ राज्यों की विशिष्ट ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, और क्षेत्रीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हैं: Summary of the special provisions under Article 371 to Article 371J of the Indian Constitution, which are aimed at addressing the unique historical, cultural, and regional …

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केंद्र शासित प्रदेशों का निर्माण (Creation of Union Territories)

भारत में संघ टेरिटरीज (Union Territories) की स्थापना आमतौर पर पार्लियामेंट ऑफ इंडिया द्वारा पारित किए गए कानूनों या अधिनियमों के माध्यम से की जाती है। निम्नलिखित हैं भारत में संघ टेरिटरीज की स्थापना के कुछ महत्वपूर्ण मामले और संबंधित कानूनों के साथ: किसी भी भविष्य के परिवर्तनों या पुनर्गठनों को इस सूची में शामिल …

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राज्य लोक सेवा आयोग: कार्य (State Public Service Commission: Functions)

भारत में राज्य सार्वजनिक सेवा आयोग (State Public Service Commissions – SPSCs) संविधानिक निकाय होते हैं जिनकी प्रमुख कार्यक्षेत्र राज्य सरकार की विभिन्न पदों और सेवाओं के लिए भर्ती परीक्षणों का आयोजन करना और उम्मीदवारों का चयन करना है। इनके कार्य और जिम्मेदारियों का विवरण भारतीय संविधान और संबंधित राज्य सार्वजनिक सेवा आयोग अधिनियमों में …

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शहरी निकायों का विकास (Evolution of Urban Bodies)

स्वतंत्रता प्राप्त करने के बारे में महत्वपूर्ण बिंदुओं की सारांशिक रूप से 1992 के 74वें संशोधन अधिनियम के मुख्य प्रावधानों का यहां एक संक्षेप दिया गया है: 74वें संशोधन अधिनियम ने भारत में स्थानीय स्वशासन को मजबूत किया, शासन का विविधता बढ़ाया, और नगरीय स्थानीय निकायों को शहरी क्षेत्रों को प्रभालने और विकसित करने में …

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संशोधन प्रक्रिया की आलोचना (Criticism of the Amendment Procedure)

भारतीय संविधान की संशोधन प्रक्रिया, जो धारा 368 में उल्लिखित है, को विभिन्न कारणों से विवाद का सामना करना पड़ा है। यहां संशोधन प्रक्रिया के कुछ विवादों का विवरण है: इन सभी आलोचनाओं के बावजूद, संशोधन प्रक्रिया को तेजी से और राजनीतिक उद्देश्यों से होने वाले बदलावों से बचाने के लिए संशोधन करने के लिए …

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